यशवंतराय नाट्यगृह में आयोजित काग डिरो
मेरामणभाई गढ़वी की शानदार उपस्थिति

हाल ही में, 6-25 अगस्त को, गुजरात राज्य संगीत नाटक अकादमी के वित्तीय सहयोग और कलापथ संस्था भावनगर के संयुक्त तत्वावधान में, भावनगर के यशवंतराय नाट्यगृह में आयोजित *काग डिरो* में मेरामणभाई ने कागबापू की कई अनसुनी कहानियों को अपनी अनूठी शैली में पिरोकर श्रोताओं की वाहवाही लूटी। मेरामणभाई को सुनने का यह एक अनमोल अवसर था, जिन्होंने लगातार डेढ़ घंटे तक लोकगीतों की महफिल सजाई और श्रोताओं की वाहवाही लूटी,
जबकि साथी कलाकार अनिल वंकाणी और श्यामभाई मकवाना ने लोकगीत और कागबापू के गीत गाए। संपूर्ण कार्यक्रम की शोभा कलापथ संस्था के निदेशक कुशल दीक्षित और डॉ. मृणाल दीक्षित के मार्गदर्शन में रही। डॉ. गिरीशभाई वाघ्नी, डॉ. कुहाड़ियासाहेब, गौरव पुरस्कार विजेता अमूलभाई परमार, लोक गायिका राजेश्रीबेन परमार, कला पारखी मनुभाई दीक्षित, कला प्रेमी कादरभाई शेख आदि विशेष रूप से उपस्थित थे। पूरे कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए भाविनभाई सोलंकी, भूमि मेहता, मिलन चुडासम और कलापथ कलाकारों ने कड़ी मेहनत की। उद्घाटन में मितुल रावल ने सेवाएं दीं।