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Axiom-4 मिशन शुभांशु अब 25 जून को भरेंगे अंतरिक्ष की उड़ान; जानिए क्यों बार-बार टली लॉन्चिंग?

नई दिल्ली: भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला के 'अंतरिक्ष मिशन Axiom-4' की लॉन्चिंग 6 बार टल चुकी है। मंगलवार (24 जून) को मिशन के लॉन्च होने की नई तारीख सामने आई है। शुभांशु अब बुधवार (25 जून) को दोपहर 12.01 बजे अंतरिक्ष की उड़ान भरेंगे। मिशन का लक्ष्य गुरुवार(26 जून) को शाम 4:30 बजे ISS के साथ डॉकिंग करना है। बता दें कि शुभांशु International Space Station (ISS) पर जाने वाले पहले और स्पेस में जाने वाले दूसरे भारतीय होंगे।

जानिए कितने बार टल चुकी लॉन्चिंग:

Axiom-4 की लॉन्चिंग कई बार टल चुकी है। मिशन 29 मई को लॉन्च होने वाला था। तकनीकी खराबी के चलते मिशन को 8 जून तक के लिए टाल दिया था। फिर 10 जून, 11 जून, 12 जून और 22 जून को लॉन्चिंग शेड्यूल थी, लेकिन ISS के Zvezda सर्विस मॉड्यूल के पिछले हिस्से में हुए मरम्मत कार्य की समीक्षा और सुरक्षा जांच के लिए इसे अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया। अब NASA ने मंगलवार को नई तारीख का ऐलान किया है। नासा के अनुसार, एक्सियॉम मिशन-4 25 जून को प्रक्षेपण किया जाएगा।

शुभांशु ISS पर जाने वाले पहले भारतीय:

एक्सिओम मिशन-4 (Ax-4) में चार देशों के चार एस्ट्रोनॉट 14 दिन के लिए स्पेस स्टेशन जाने वाले हैं। एक्सिओम 4 मिशन के चालक दल में भारत, पोलैंड और हंगरी के मेंबर शामिल हैं। मिशन विशेषज्ञ पोलैंड के स्लावोज़ उज़्नान्स्की, हंगरी के कमांडर पैगी व्हिटसन और अमेरिकी की मिशन विशेषज्ञ टिबोर कापू अंतरिक्ष यात्रा पर जाएंगे। एक्सियम-4 मिशन का नेतृत्व कमांडर पैगी व्हिटसन कर रही हैं। शुक्ला मिशन पायलट हैं। भारत के शुभांशु ISS पर जाने वाले पहले और स्पेस में जाने वाले दूसरे भारतीय होंगे। इससे पहले राकेश शर्मा ने 1984 में सोवियत यूनियन के स्पेसक्राफ्ट से अंतरिक्ष यात्रा की थी।

लखनऊ के रहने वाले हैं शुभांशु:

शुभांशु शुक्ला उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के निवासी हैं। उनकी प्रारंभिक शिक्षा अलीगंज स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल में हुई। 12वीं कक्षा के बाद उन्होंने नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA) की प्रवेश परीक्षा पास की और वहीं से स्नातक की डिग्री प्राप्त की। 17 जून 2006 को शुभांशु भारतीय वायुसेना के फाइटर विंग में शामिल हुए। वे एक कुशल और अनुभवी फाइटर पायलट के साथ-साथ टेस्ट पायलट भी हैं। अब तक वे 2,000 घंटे से अधिक उड़ान का अनुभव हासिल कर चुके हैं।

मिशन आकाश गंगा’ के तहत ऐतिहासिक उड़ान:

एक्सिओम -4 मिशन को अमेरिका की निजी अंतरिक्ष कंपनी Axiom Space के ‘Axiom-4’ मिशन के तहत संचालित किया जा रहा है। भारत में इसे ‘मिशन आकाश गंगा’ नाम दिया है। यह मिशन 10 जून 2025 को नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से SpaceX के Crew Dragon सी213 अंतरिक्षयान के जरिए लॉन्च होगा। 28 घंटे की उड़ान के बाद, यह यान 11 जून की रात करीब 10 बजे ISS से डॉक करेगा।

गगनयान से लेकर अंतरिक्ष की उड़ान तक:

2020 में शुभांशु शुक्ला को ISRO के गगनयान मिशन के लिए चुना गया था, जो भारत की पहली मानव अंतरिक्ष उड़ान परियोजना है। चार साल बाद उनका सपना एक नए मुकाम पर पहुंचा है। शुभांशु ने कहा था कि मैं स्कूल में विंग कमांडर राकेश शर्मा के बारे में पढ़ता था, जिन्होंने 1984 में अंतरिक्ष की यात्रा की थी। आज उन्हीं की तरह मैं भी अंतरिक्ष की उड़ान भरने जा रहा हूं। यह मेरे लिए गर्व का क्षण है।

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