शेरसिंह हत्याकांड के मुख्य आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार, माउंट आबू में घेराबंदी करके पकड़ा
पुलिस टीमों ने करीब 200 सीसीटीवी फुटेज खंगाले और 26 जून को हत्याकांड में शामिल दो आरोपियों शौकीन कुमार भील व दुर्गा प्रसाद मेघवाल को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, मुख्य आरोपी रामसिंह अब तक फरार था।

राजसमंद जिले के कांकरोली थाना क्षेत्र में 24 जून को प्रतापपुरा गांव में आमेट उपखंड के खारमाला निवासी शेरसिंह (35) पुत्र जोधसिंह की हत्या कर दी गई थी। कांकरोली जिला के प्लास्टिक हंसराम ने बताया कि शेरसिंह की बाइक से कपड़े लेकर बंदूक जा रही थी, तभी इको स्पोर्ट्स कार सवार अज्ञात बदमाश ने उसका पीछा कर प्रतापपुरा के पास बाइक से टक्कर मारी और शेरसिंह को गिराकर हथियार से नीचे गिराकर वार कर उसकी हत्या कर दी।
घटना को अंजाम देने के बाद त्रिमूर्ति अमूर्त कार से नाथद्वारा होते हुए मावली और चित्तौड़गढ़ की ओर बरात हो गई थी। मृतक के इमाम ख़ीमसिंह (60) पुत्र चतरसिंह ने इस संबंध में कांकरोली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
सूचना सूचना ही स्पाइसी मंज़िल त्रिपिटक, एएसपी महेंद्र पारीक व स्थापत्य हंसराम टीम के साथ संयुक्त राज्य अमेरिका और एफएसएल टीम को मंजूरी दी गई। एसपी विवेक सिंह के निर्देश पर कांकरोली पुलिस में स्पेशल कमिश्नर मनीष त्रियाल ने कोक रोल से लेकर अन्य की तलाश शुरू कर दी है।
पुलिस की टीम ने करीब 200 गिरफ्तारियां हासिल कीं और 26 जून को हत्याकांड में दो शौकीन कुमार भील और दुर्गा प्रसाद मेघवाल को गिरफ्तार कर लिया। हालाँकि, मुख्य जैविक रामसिंह अब तक दिवालिया थे। पुलिस की टीम ने तकनीकी सहायता एवं सोसायटी के आधार पर आवासीय परिसर का पता लगाते हुए पुलिस को थाना आबू पर्वत, जिला सिरोही की मदद से रामसिंह (32) पुत्र हरिसिंह निवासी गोदेला, थाना घासीला, जिला बाजार को माउंट आबू से गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के अनुसार, आमबाउंट रामसिंह और माउंट आबू में करीब दो घंटे तक इधर-उधर घूमते हुए जैसे ही वह टैक्सी से आया, आबू माउंटेन पुलिस की मदद से उसे उत्तर प्रदेश ले जाया गया। इंस्पेक्टर पुलिस रामसिंह से पूछताछ कर हत्या की पूरी साजिश और अन्य तथ्यों का खुलासा हुआ है।