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उप मुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा की प्रेस वार्ता राजस्थान आज उम्मीदों से है भरा, हम सिर्फ वादे करते नहीं, निभाते भी हैं 18 माह में राजस्थान बना एक मॉडल स्टेट —उप मुख्यमंत्री डॉ. बैरवा

जयपुर

जयपुर: उप मुख्यमंत्री डॉ प्रेमचंद बैरवा ने शनिवार को राजसमंद कलेक्ट्रेट सभागार में प्रेस वार्ता कर राज्य सरकार द्वारा गत 18 माह में किए गए उल्लेखनीय एवं परिवर्तनकारी विकास कार्यों पर प्रकाश डाला। इस दौरान कुंभलगढ़ विधायक श्री सुरेन्द्र सिंह राठौड़, जिला प्रमुख रतनी देवी जाट, जिला प्रभारी सचिव डॉ. रवि कुमार सुरपुर, जिला कलक्टर अरुण कुमार हसीजा, जिलाध्यक्ष जगदीश पालीवाल आदि उपस्थित रहे। 

डॉ. बैरवा ने कहा कि राजस्थान में विषम भौगोलिक परिस्थितियों के कारण जल की उपलब्धता सबसे बड़ी चुनौती रही है। अतीत में इस समस्या को लेकर सिर्फ राजनीति होती थी, लेकिन हमने वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के माध्यम से राजस्थान को जल संपन्न बनाने का प्रयास किया है। सिर्फ 15 दिन में ढाई करोड़ लोगों ने इस अभियान में भाग लिया। यह दिखाता है कि जब सरकार का इरादा सच्चा होता है तो जनता भी पूरे जोश के साथ सहयोग के लिए आगे आती है। इस अभियान में 42 हजार 200 से अधिक जल स्रोतों के साथ ही 73 हजार 900 से अधिक अस्पतालों, स्कूलों एवं कार्यालयों की साफ सफाई की गई। सबसे बड़ी खुशी की बात यह है कि इसमें सवा करोड़ से अधिक महिलाओं ने भाग लिया है और जल संचय जन भागीदारी की गतिविधियां 21 मार्च, 2026 तक निरंतर आयोजित की जाएंगी। कर्मभूमि से मातृभूमि अभियान के माध्यम से आज जो राजस्थानी भाई-बहन देश-विदेश में बसे हैं वे भी अभियान से प्रेरणा लेकर अपने गांवों की पानी की समस्या का समाधान कर रहे हैं। आज वे अपनी जड़ों से जुड़कर राजस्थान के गावों की तकदीर बदल रहे हैं।

लाखों समस्याओं का हुआ समाधान:

डॉ. बैरवा ने कहा कि हमने अगले चार सालों में 45,000 जल संरचनाएं बनाने का लक्ष्य रखा है। यह सिर्फ एक योजना नहीं है, यह हमारा मिशन है। अंत्योदय संबल पखवाड़े में सरकार आपके द्वार अभियान चलाया गया। हमारे अधिकारी खुद गांव-गांव पहुंचे। सिर्फ 15 दिनों में हमने लाखों समस्याओं का समाधान किया। जमीन के झगड़े सुलझाए, बिजली के तार ठीक करवाए, पानी के कनेक्शन दिए और आमजन के दिलों में यह भरोसा जगाया कि सरकार उनकी है, उनके लिए है। राजस्व विभाग ने अकेले 56 हजार 948 सीमांकन और एक लाख तीस हजार आठ सौ बहतर नामांतरण, 26 हजार 670 सहमति विभाजन, 7743 पत्थरगढी, 28 हजार 392 रास्तों से संबंधित प्रकरणों का निस्तारण किया गया। यह था हमारी सरकार का जनता के प्रति समर्पण। पंचायती राज विभाग ने नौ लाख तियालीस हजार स्वामित्व पट्टे देकर ग्रामीणों को जमीन का मालिकाना हक दिया गया, जबकि विगत कांग्रेस सरकार ने पांच साल में केवल एक लाख पचहत्तर हजार लोगों को ही पट्टे जारी किए थे।

राजस्थान में युवाओं का भविष्य सुरक्षित:

डॉ. बैरवा ने कहा कि अतीत में पेपर लीक के कारण हमारे नौजवानों के सपने टूटते रहते थे। हमने डेढ़ साल में 76,000 से अधिक सरकारी नौकरियां दी हैं और यह सब भर्तियां बिना किसी पेपर लीक के पूरी पारदर्शिता के साथ की गई हैं। विभिन्न संवर्गों में एक लाख 88 हजार पदों पर भर्ती प्रक्रियाधीन है। यह हमारे युवाओं के लिए एक नया संदेश दिया है की राजस्थान में उनका भविष्य सुरक्षित है। हमने दिखा दिया है कि ईमानदारी से भी भर्तियां हो सकती हैं। अन्नदाता कल तक सरकारी योजनाओं के चक्कर में भटकते रहते थे। आज हमने किसान सम्मान निधि के तहत 76 लाख किसानों के खाते में 6,845 करोड़ रुपए डाले हैं। यह सिर्फ पैसा नहीं है, यह हमारे अन्नदाताओं के सम्मान का प्रतीक है। पहले किसानों को रात में बिजली मिलती थी, दिन में खेत सूखे रह जाते थे। आज हमने 22 जिलों में दिन में बिजली देना शुरू किया है। अब किसान कभी भी अपनी फसल की सिंचाई कर सकते हैं। 

18 माह में किसानों को मिली राहत:

उन्होंने कहा कि हमने 25,400 किलोमीटर तारबंदी करवाई है, जबकि पूर्व में पांच सालों में सिर्फ 11,300 किलोमीटर तारबंदी हुई थी। हमने दिखाया कि किसानों की वास्तविक चिंता कैसे की जाती है। हमने 32,000 से अधिक फार्म पौंड बनवाए हैं, जबकि पूर्व में पांच सालों में सिर्फ 29,000 बने थे। हमने 18 महीने में वह काम किया जो पहले पांच साल में नहीं हुआ था। पीएम कुसुम योजना के तहत 1500 मेगावॉट के संयंत्र कार्यशील हुए हैं और एक लाख पचास हजार कृषि कनेक्शन जारी किए गए हैं। अतीत में शिक्षा व्यवस्था की हालत किसी से छुपी नहीं है। आज हमने 67 लाख पचास हजार से अधिक बच्चों का स्कूलों में नामांकन कराया है। लेकिन सिर्फ नामांकन नहीं, हमने 10 लाख पचास हजार से अधिक साइकिलें बांटी हैं। सा​थ ही 89,000 टैबलेट और लैपटॉप और 25306 स्कूटियों का वितरण भी किया है। यह दिखाता है कि हम शिक्षा को कितनी गंभीरता से ले रहे हैं। हमने 142 नए कॉलेज भवन बनवाए हैं जबकि पिछले पांच सालों में सिर्फ 57 भवन बने थे। हमने 17 लाख महिलाओं को प्रशिक्षण प्रदान किया और 9.24 लाख महिलाओं को लखपति दीदी बनाया है। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में आठ लाख बहतर हजार महिलाओं को लाभान्वित किया गया हैं और देय राशि 5000 से बढ़ाकर 6500 रुपए किए गए है।

महिला सशक्तिकरण से लेकर निवेश तक हर क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य:

उपमुख्यमंत्री ने बताया कि पहले महिलाओं के लिए सिर्फ भाषण होते थे, आज उनके हाथों में रोजगार है और उनकी जिंदगी में खुशहाली है। यह सिर्फ एक योजना नहीं महिलाओं की आर्थिक आजादी का रास्ता है। राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टमेंट समिट की बात करते हैं। अतीत में राजस्थान को निवेशकों के लिए अनुकूल माहौल नहीं मिलता था। आज दुनिया के 32 देशों के निवेशकों ने राजस्थान में 35 लाख करोड़ रुपए का निवेश करने का वादा किया है। सरकार ने 30,000 किलोमीटर से अधिक सड़कों का विकास किया है। हमने 1,381 गांवों को सड़कों से जोड़ा है जबकि पूर्व में पांच साल में सिर्फ 1,104 गांव जुड़े थे। यह सिर्फ सड़कें नहीं हैं, यह हैं हमारे गांवों के विकास के रास्ते है। सड़कों के निर्माण पर हमारी सरकार ने इक्कीस हजार छः सौ पचास करोड़ रुपए खर्च किए हैं।बिजली के मामले में हमने इतिहास रच दिया है। हमारी सरकार के डेढ़ साल में ही 4,270 मेगावाट बिजली उत्पादन क्षमता बढ़ाई है। इससे पहले पूरे पांच सालों में सिर्फ 3,948 मेगावाट बढ़ी थी। यह है हमारी कार्यक्षमता का प्रमाण। स्वास्थ्य सेवाओं में हमने 8,562 चिकित्सा संस्थानों को आयुष्मान आरोग्य मंदिर बनाया है। पहले स्वास्थ्य सेवाओं की हालत किसी से छुपी नहीं है। आज हमने मोबाइल वेटरनरी यूनिट के माध्यम से 48 लाख पशुओं का इलाज कराया है। यह दिखाता है कि हम इंसानों और जानवरों दोनों की परवाह करते हैं।

हरियालो राजस्थान के तहत लगे प्रदेश में 7 करोड़ पौधे:

डॉ. बैरवा ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण में हमने हरियालों राजस्थान अभियान के तहत साढ़े सात करोड़ पौधे लगाए हैं। अतीत में पर्यावरण संरक्षण सिर्फ कागजों में था, आज यह धरातल पर दिखाई दे रहा है। हमारा लक्ष्य है 50 करोड़ पौधे लगाना। यह सिर्फ पर्यावरण संरक्षण नहीं है, यह है भावी पीढ़ियों के लिए हमारा उपहार । हमने सिर्फ वादे नहीं किए, बल्कि उन वादों को पूरा भी किया है। यहां तक पहुंचना आसान नहीं है, जब हमारी सरकार आई तो राजस्थान की हालत किसी से छुपी नहीं थी। कर्ज का बोझ, जर्जर व्यवस्थाएं, भ्रष्टाचार के मामले, पेपर लीक की घटनाएं हुई हैं, यह सब था हमारे सामने था, लेकिन हमने हिम्मत नहीं हारी। हमने एक-एक करके हर समस्या का समाधान किया।

विकसित भारत के संकल्प की अगुवाई करेगा राजस्थान:

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का सपना है ‘विकसित भारत 2047’ और मुझे उम्मीद है कि राजस्थान इस सपने की अगुवाई करेगा। हम बनेंगे विकसित राजस्थान, तो होगा विकसित भारत की मिसाल। उप मुख्यमंत्री ने प्रेस वार्ता में कल्याणकारी राज्य सरकार के पाँच संकल्प बताएं 

पहला संकल्प:

हम राजस्थान को जल संपन्न राज्य बनाएंगे। हर खेत, हर घर तक पानी पहुंचाएंगे।

दूसरा संकल्प:

हम राजस्थान को रोजगार का केंद्र बनाएंगे। हमारे युवाओं को काम के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा।

तीसरा संकल्प:

हम राजस्थान को शिक्षा का हब बनाएंगे। हमारे बच्चे दुनिया में कहीं भी जाकर राजस्थान का नाम रोशन करेंगे।

चौथा संकल्प:

हम राजस्थान को हरा-भरा बनाएंगे। यह रेगिस्तान का राज्य नहीं, बल्कि हरियाली का प्रदेश कहलाएगा।

पांचवा संकल्प:

हम राजस्थान को महिला सशक्तिकरण का मॉडल बनाएंगे। यहां की बेटियां देश की तकदीर बदलेंगी।

और सबसे महत्वपूर्ण संकल्प- हम राजस्थान को एक ऐसा राज्य बनाएंगे जहां जाति, धर्म, क्षेत्र का कोई भेदभाव नहीं होगा। जहां काबिलियत की कद्र होगी और मेहनत का सम्मान होगा। अंत में डॉ. बैरवा ने कहा कि राजसमंद की इस पवित्र धरा से, महाराणा प्रताप की इस वीरभूमि से, मैं पूरे राजस्थान को संदेश देता हूँ – जब इरादे पक्के होते हैं, तो इतिहास बदल जाता है। उन्होंने कहा कि राजस्थान का नया इतिहास शुरू हो चुका है।

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