सरकारी स्कूलों में दिव्यांग विद्यार्थियों को संभालेंगे ‘केयर अटेंडेंट’
सारथी देंगे साथ : दस माह का होगा कार्यकाल, मिलेगा प्रतिमाह पांच हजार मानदेय
दिव्यांग बच्चों की देखभाल के लिए समावेशी शिक्षा, व्यक्तिगत ध्यान और उचित वातावरण के उद्देश्य से सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत विशेष आवश्यकता वाले बालक-बालिकाओं की सहायता का जिमा अब केयर अटेंडेंट संभालेंगे। इनकी कार्यअवधि 10 माह की होगी। इसके लिए उन्हें मानदेय दिया जाएगा। केयर अटेंडेंट उन विद्यालयों में लगाए जाएंगे, जहां 10 या 10 से अधिक विशेष आवश्यकता वाले विद्यार्थी अध्ययनरत हैं।
ऐसे विद्यार्थियों की विद्यालय समय में देखभाल, दैनिक क्रियाकलाप, शैक्षणिक गतिविधि एवं संबलन के कार्यों का जिमा केयर टेकर संभालेंगे, ताकि इन बच्चों को स्कूल में परेशानी नहीं हो।
राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद की आयुक्त अनुपमा जोरवाल ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं। राज्य सरकार ने बजट घोषणा 2024-25 में केयर अटेंडेंट लगाने की घोषणा की थी। केयर अटेंडेंट को 10 माह के लिए 5 हजार 590 रुपए प्रतिमाह मानदेय मिलेगा।
इनका कहना
स्कूल शिक्षा परिषद की ओर से जारी आदेशों के अनुरूप जिले के समस्त सीबीईओ को सीडब्ल्यूएसएन के छात्रों के लिए परिषद के निर्देशानुसार विद्यालय चयनित कर केयर अटेंडेंट लगाने के लिए निर्देश दिए हैं।
ब्रजकिशोर शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी, ( प्रारभिक शिक्षा)
केयर अटेंडेंट चुनने की प्रक्रिया
जिस विद्यालय में केयर अटेंडेंट लगाना है। उन विद्यालयों के पीईईओ व यूसीईईओं की अध्यक्षता में गठित कमेटी इसकी प्रक्रिया पूर्ण करेगी। एसडीएमसी सचिव, संदर्भ व्यक्ति या विशेष शिक्षक एवं एसडीएमसी व एसएमसी के सक्रिय दो सदस्य इस कमेटी के सदस्य होंगे। आवेदक की आयु 40 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। उच्च योग्यताधारी को प्राथमिकता दी जाएगी।
इन्हें मिलेगी प्राथमिकता
केयर अटेंडेंट विशेष शिक्षा में डिप्लोमा, अरली इंटरवेंशन पाठ्यक्रम योग्यताधारी जो भारतीय पुनर्वास परिषद (आरसीआई) नई दिल्ली में पंजीकृत को प्राथमिकता दी जाएगी। जिमेदारी उस व्यक्ति दी जाएगी जो स्थानीय ग्राम पंचायत, समीप की ग्राम पंचायत, ब्लॉक या जिले के निवासी होंगे।